शिक्षक दिवस की शुभकामना !आज मैं अपने शिक्षक से रुबरु कराते है


प्रत्येक व्यक्ति चाहे वो आम हो या खास उसके निर्माण मै शिक्षक की जरुत पड़ती है शिक्षक अगर हमारे कुशल मार्गदर्शक के रुप मे मिल जाये तो सफलता की सीढियां चढते हुऐ अपने लक्ष्य को हाँसिल कर लेते है आज मै जो कुछ सफलता पाया है कुशल शिक्षक के बदौलत ! आज मैं अपने इन्ही शिक्षक से आप से रुबरु कराते है।ये सभी शिक्षक अपने क्षेत्र के  महारत हासिल है। ये शिक्षक हमे स्कुल मे नही हमारे साथ के मित्र है या हम इन महान व्यक्ती से जुड़े है।

श्री मान अलोक कुमार सिह,सहायक निदेशक B.S.A.C.S. पटना (बिहार सरकार) इन्होने हमे आगे बढने की साथ ही , कई सामंजस स्थिती से निपटने के लिऐ हमे हौशला दिये !
 
श्री मान अलोक कुमार सिह सहायक निदेशक जी के साथ

श्री नीरज कुमार,विधान पार्षद सह प्रवक्ता (jdu) ने मेरे अन्दर के जुनून जगा कर अनुभव का समुन्द्र बनाये है वे मेरे प्रेरेणा स्रोत और अभिभावक है उनसे मै कई बारीकियो को सिखा हुँ।आज कुछ सिखा तो मेँ सर के बदौलत ही उन्होने मुझे कई जिम्मेदारिया सौपा था।मेरे ख्याल से इन्होने मुझे जिम्मेदारिया ही नही बल्कि मुझे जीना सिखाया है। 
कुमार कृष्ण,पत्रकार ,प्रिन्ट /इलेक्ट्रोनिक मिडिया,एवं इर्सदुल  हक़ साहब ,वरिष्ट पत्रकार सम्पादक नौकरशाही  डॉट कॉम इन्होने मेहनत से अपने लक्ष्य को हाँसिल करने का हौसला दिये है इन्ही का दिशा निर्देशोँ का असर रहा की आज मै अपना एक सपना पुरा कर पाया इनसे हमेशा प्रेरणा मिलती रहती है!

दीपक कुमार,निदेशक,रास्ट्रीय सेवा योजना, युवा कार्यक्रम एवं खेलमंत्रालय भारत सरकार श्री नरेंद्र राय जिला युवा समन्वयक नेहरु युवा केन्द्र, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय (भारत सरकार) आपसभी ने हमे सदेव शिक्षक के भाती मार्गदर्शितकिया!अपलोगो से प्रशिक्षण और मार्गदर्शन से कौशल और तकनीक हमने ग्रहण किया ! आप सभी एक शिक्षक के रूप में हमारी गलतितो,को सुधार हमे आगे बढने की सही राह दिखाये हैँ एक कुम्हार की तरह कच्ची मिट्टी से सारी अशुद्धियां निकाल कर हमे पक्का बनाने का प्रयास किये है!                                                                                                                                                   

ग्रामीण मित्र अशोक कुमार के साथ दिल्ली में

रविन्द्र मामा साथ में चन्द्रमणि पटेल 
हमारे काँलेज मित्र चन्द्रमणि पटेल साथ में रवी  मामा जी काँलेज मे मिलने के बाद और ग्रामीण मित्र अशोक,अजबलाल! इन्होने हमे हौशला दिये सदेव आगे बढने के लिऐ। 




                                                                                                              
बिपिन कुमार दा ,अरुण ,दीपक चौधरी और शवनम ,युवा कार्यक्रम एंव खेल मंत्रालय के रास्ट्रीय  युवा कोर  योजना मे जब हम साथ-साथ योगदान और भागीदारी दिया था तो बिपिन दा, अरुण गाँधी और शवनम। हमारे साथ रह कर शिक्षक के तरह गलितियाँ को सुधारे थे। जब कभी अपने ग्रुप का लिडर बनता था हर वक्त एक बेहतर गुरु बने रहे। कार्यक्रम मे लोगो से कैसे मिलना है। क्या बोलना है हर बात का ध्यान रखते थे        

यहाँ  तक की कार्यक्रम के बाद सोने का समय खाँने का समय क्या खाँना है हर बात का ख्याँल रखते थे आज मै जो कुछ उपल्बधि को हाँसिल किया हुँ       सार श्रेय बिपिन दा अरुण गाँधी दीपक चौधरी और शवनम को ही देना चाहता हुँ।                                                                                                                                                                                                                                  

टिप्पणियाँ

  1. तुममें एक ही अच्छी बात है,जो तुम हर बात सीधे सीधे कह देते हो।यही बात तुम्हें महान बनाता है।

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

राष्ट्रीय सेवा योजना , स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

परिवर्तन

हिन्दी कार्यशाला का आयोजन