दृश्य श्रीमान ओम शंकर दुवे जी विवाह का |
हमारी परम्परा में विवाह एक महत्त्वपूर्ण संस्कार है।लड़का हो अथवा लड़की, दोनों की ही शादी यथा सम्भव धूमधाम से सम्पन्न होती है।प्रत्येक माता-पिता यथा शक्ति और कभी-कभी सीमा से बाहर जाकर भी खर्च करते हैं ।
नव्यता और भव्यता आज के समाज का अभिन्न अंग हैं । इसलिए विवाह शादियों में शान-शौकत का प्रदर्शन और तड़क-भड़क खूब रहती हैं । पिछले सप्ताह मुझे एक परिचित की शादी में जाने का अवसर मिला वर्धमान पश्चिम बंगाल कोलकता के भी मित्र साथ थे । विवाह स्थल वर्धमान मेरेज हाल था कोलकाता दिल्ली उच्य राज्य मार्ग के निकट व्यवस्थित , आकर्षित पार्क था ।
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कन्या पक्ष की ओर से वर पक्ष के स्वागत की तैयारियां जोरों पर थी । डिजिटल शहनाई वादक मधुर-मधुर ध्वनि करते हुए, शहनाई वादन कर रहे थे । खूब चहल-पहल थी । महिलाएं और बच्चे रंग-बिरंगे परिधानों में बड़े आकर्षक लग रहे थे । नवयुवतियां थाल सजाएं वर की प्रतिक्षा कर रही थीं । लगभग साढ़े आठ बजे बारात पहुँची । कन्या पक्ष की ओर से हार्दिक स्वागत किया गया ।
मुख्य द्वार पर ही चौकी पर खड़े करके तिलक किया गया, आरती उतारी गई, फिर उन्हें कन्या और वर के लिए बने मंच पर बैठाया गया । इस बीच बाराती और अन्य अतिथि खाने-पीने में लग गए । लोग एक-दूसरे से प्रेम-पूर्वक मिल रहे थे ।
इसी बीच में कन्या को लाया गया और वर के समीप आसन पर स्थान दिया गया, दोनों ही बड़े सुन्दर लग रहे थे । जयमाला कार्यक्रम सम्पन्न हुआ । उनके अनेक चित्र लिए गए । वातावरण उल्लासमय और आनन्दमय था ।
कुछ खाने में व्यस्त थे, कुछ गप्पें लड़ा रहे थे और कुछ नवयुवक तस्कवीर निकल रहे थे । दोनों पक्षों में आमन्त्रित व्यक्ति अपने पक्षों को भेंट समर्पित कर रहे थे।साढ़े दस बजे के बाद लोग लौटने लगे थे क्योंकि हम लोग कन्या पक्ष से अत: हमने बाद में ही भोजन किया और अपने मित्र ववर-कन्या को उपहार देकर शुभकामनाएं दी ।
विवाह का दृश्य सचमुच ही बड़ा सुन्दर था । हर प्रकार की व्यवस्था थी । विवाह में दोनों ही पक्षों की ओर से उतर प्रदेश /पछिम बंगाल के गणमान्य व्यक्ति, तीन-चार पुलिस अधिकारी और एक-दो प्राचार्य भी थे साथ ही राजनेतिक घराने के लोग भी उपस्थित थे । वे लोग अपनी कड़ी सुरक्षा के बीच आए । वर-कन्या को आशीर्वाद दिया और अल्पाहार करके चले गए ।
माधवेंद्र कुमार राय , सचिव नव वन्धन हेमंत नवनीत राम , अन्य गण्यमान्य अतिथि नव दम्पति को मंगलकामना के साथ विदा ले रहे थे !
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